धनबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के धनबाद में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि यह भारतीय जनता पार्टी ही है जो संकल्प लेने के बाद उसे सिद्ध भी करती है। उन्होंने कहा कि जो वादा हम देश के लोगों से करते हैं उसपर पूरी ईमानदारी से अमल करते हैं। प्रधनमंत्री ने इस मौके पर कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, ‘कांग्रेस ने देश में एक विचित्र राजनीतिक माहौल बनाया, जिसके कारण घोषणापत्रों पर, नेताओं के वादों पर देशवासियों का भरोसा करीब-करीब टूट गया था क्योंकि उन्होंने वही परंपरा पैदा की थी। लोगों को लगने लगा था कि नेता चुनाव के दौरान घोषणाएं करते हैं और फिर भूल जाते हैं।’
प्रधानमंत्री ने जनता को संबोधित करते हुए कहा, ‘देश के लोगों में ये भावना भरने वाली कांग्रेस की परंपरा उसके कारनामे उसके इरादे, इसी के कारण यह स्थिति पैदा हुई। कांग्रेस, जेएमएम और आरजेडी और बचे हुए वामपंथी हमेशा यही करते रहे हैं। लेकिन साथियो, बीजेपी ने सिर्फ 6 महीने में दिखाया है कि संकल्प चाहे कितने भी बड़े हों कितने भी मुश्किल हों उन्हें पूरा करने के लिए हम दिनरात एक कर देते हैं।’ पीएम मोदी ने इस मौके पर उपस्थित जनसमूह से पूछा कि बीजेपी ने 6 महीने पहले जो संकल्प लिया था वह पूरा हुआ या नहीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने अपने वादे निभाए हैं।
अनुच्छेद 370, तीन तलाक और अयोध्या मामले का जिक्र
प्रधानमंत्री ने बीजेपी के संकल्प पत्र की बात करते हुए कहा, ‘बीजेपी ने कहा था कि देश में एक ही संविधान लागू करेंगे, जम्मू कश्मीर में 370 हट चुका है और भारत का संविधान पूरी तरह से वहां लागू है, हमने वादा पूरा किया।’ इसके साथ ही पीएम मोदी ने राम जन्मभूमि विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने के संकल्प को भी पूरा करने की बात कही। उन्होंने कहा कि अब राम मंदिर निर्माण के लिए सारे रास्ते खुल चुके हैं। साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने 3 तलाक जैसी कुप्रथा के लिए सख्त कानून बनाकर मुस्लिम बहन-बेटियों का जीवन सुरक्षित किया।
‘दशकों से लटके फैसले 6 महीने में लिए’
पीएम ने कहा कि 6 महीने में जितने भी फैसले लिए गए उनमें कई ऐसे थे जो दशकों से लटके थे, इन सभी को लटकाने का श्रेय कांग्रेस और उसके सहयोगियों को जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पिछड़ा वर्ग आयोग तो संवैधानिक दर्जा देने की मांग कई वर्षों से चलती आ रही थी, कांग्रेस की सरकारें आती थी और उसको लटकाए रखती थी। लेकिन बीजेपी ने ओबीसी समाज की समस्याओं को हटाने के लिए इस आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया ताकि पिछड़ों को न्याय मिल सके।’ उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सामान्य वर्ग के गरीबों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण देने का और आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बनाने का काम भी पूरा किया।
पीएम ने कहा, विभाजन से सबसे ज्यादा अल्पसंख्यक प्रभावित
विभाजन के दौर के बारे में बात करते हुए पीएम ने कहा, ‘1947 में जब देश आजाद हुआ भारत के टुकड़े हो गए, भारत मां की भुजाएं काट दी गई और 1971 में बांग्लादेश का निर्माण हुआ। दोनों बार सबसे अधिक प्रभावित कौन हुए? दोनों बार सबसे अधिक प्रभावित वे लोग हुए जो पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक थे, जिनका ध्यान रखने का समझौता हुआ था। इन देशों में अधिकतर अल्पसंख्यक हिंदू, बौद्ध, जैन, ईसाई, पारसी और सिख थे और अनेकों पीढ़ियों से वहां रह रहे थे, इन्होंने अलग देश की मांग भी नहीं की थी। उसपर यह फैसला 47 में थोपा गया।’
पाकिस्तान पर भी साधा निशाना
पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘पाकिस्तान में जो दलित वंचित शोसित रह गए थे उनके साथ अमानवीय व्यव्हार हुआ। उनके मंदिर, गुरुद्वारे, चर्च संकट में आ गए। घर तो उनके पास थे नहीं, झोंपड़ियों में जिंदगी गुजार रहे थे उनपर भी कब्जा कर लिया। बहू-बेटियों पर अत्याचार हुए। यही स्थिति वहां रह रहे सिखों की थी। ऐसे लोग दशकों से भारत के अलग-अलग स्थानों पर रह रहे हैं। उनको राजनीति के लिए उपयोग तो किया गया लेकिन उनको नागरिकता के लिए सिर्फ वादे मिले।’ पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने हर चुनावों से पहले बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हुए विस्थापितों को नागरिक अधिकार देने का वादा किया लेकिन पलट गए।